ऑटिज्म बच्चों से जुड़ा ऐसा न्यूरोलॉजिकल डिसॉर्डर है जिसमें बच्चे अपनी बात ठीक से किसी के सामने रख नहीं पाते हैं और अपनी ही दुनिया में खोये रहते हैं। कई माता पिता समय रहते अगर इसकी पहचान कर लें तो बच्चों को धीरे धीरे इस बीमारी के चंगुल से निकला जा सकता है। हर एक बच्चे का ऑटिज्म अलग तरह का होता है और इसीलिए उनकी थेरेपी और इलाज का तरीका भी अलग होता है। मॉम्स बिलीफ (Mom’s Belief) नामक संस्था के सीईओ नितिन बिन्दलिश यहां उन पेरेंट्स के लिए कुछ टिप्स बता रहे हैं जिनके बच्चे ऑटिज्म की चपेट