यूनिसेफ की नई रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 1.7 करोड़ बच्चे उन क्षेत्रों में रहते हैं जहां वायु प्रदूषण अंतरराष्ट्रीय सीमा से छह गुना अधिक होता है जो संभावित रूप से उनके मस्तिष्क के विकास के लिए खतरनाक है क्योंकि वे एक ऐसी हवा में सांस लेते हैं जो उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इन बच्चों में अधिकांश संख्या दक्षिण एशिया में है। दक्षिण एशिया में 12 लाख से अधिक बच्चे इससे पीड़ित हैं। सबसे दुखद यह है कि प्रदूषण से उन्हें जीवनभर के लिए स्वास्थ्य समस्याएं पैदा हो सकती हैं। कई अध्ययनों से पता चला है कि वायु प्रदूषण