हाथों में अर्थराइटिस या गठिया
World Arthritis Day 2022: एक उम्र के बाद हाथों में गठिया (Arthritis in Hands) का होना बड़ी समस्या बन जाता है, मगर समय पर अर्थराइटिस के लक्षणों को पहचान कर उसका उपचार किया जा सकता है।
World Arthritis Day 2022: एक उम्र के बाद हाथों में गठिया (Arthritis in Hands) का होना बड़ी समस्या बन जाता है, मगर समय पर अर्थराइटिस के लक्षणों को पहचान कर उसका उपचार किया जा सकता है।
ठंड के मौसम में नियमित शारीरिक गतिविधियों के साथ संतुलित आहार लेने से मांसपेशियाँ दुरुस्त रहती हैं और जोड़ (ज्वाइंट्स) स्वस्थ रहते हैं। इन बुनियादी तरकीबों से जोड़ों के कष्ट दूर करने, लचीलापन बढ़ाने और मासपेशियों की शक्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी।
लगभग 14% भारतीय आबादी गठिया या जोड़ों के दर्द से पीड़ित है। तीन प्रकार के जोड़ों के दर्द या ऑस्टियोआर्थराइटिस होते हैं- डीजेनेरेटिव ज्वाइंट डिजीज, इंफ्लेमेटरी अर्थराइटिस और ट्रॉमेटिक अर्थराइटिस। इनके बारे में जानें यहां विस्तार से.....
जिस प्रकार डायबिटीज़, हाइपोथायरायडिज्म या हायपरटेंशन जैसी बीमारियों का भी कोई इलाज नहीं है उसी प्रकार अर्थराइटिस का कोई इलाज नहीं है, लेकिन रोग को नियंत्रित करने के लिए उत्कृष्ट विकल्प हैं।
World Arthritis Day 2021: 'वर्ल्ड अर्थराइटिस डे' पूरी दुनिया में 12 अक्टूबर को मनाया जाता है। गठिया यानी अर्थराइटिस से दुनिया भर में लाखों लोग पीड़ित हैं। यह जोड़ों में होने वाली एक बीमारी है, जिसमें जोड़ों में दर्द, सूजन की समस्या हो जाती है। कुछ हर्ब्स के सेवन से आप अपने ज्वाइंट्स को हेल्दी रख सकते हैं।
विभिन्न स्टडीज़ में यह बात कही गयी है कि भारत में लगभग 18 करोड़ से अधिक लोगों को आर्थराइटिस की बीमारी है।
अर्थराइटिस यानि गठिया रोग व जोड़ो का दर्द। आज की बदलती जीवनशैली, मोटापा, गलत खानपान आदि वजहों से ये रोग अब केवल बुजुर्गो तक हीं सीमित नहीं रह गया है।
अर्थराइटिस शब्द का अर्थ वास्तव में ज्वाइंट इंफ्लेमेशन होता है। अर्थराइटिस से आज दुनिया भर में लाखों लोग परेशान हैं। विश्व गठिया दिवस 2021 (World Arthritis Day 2021) पर जानें, अर्थराइटिस के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में...
विश्व अर्थराइटिस दिवस (World Arthritis Day) के मौके पर हम आपको रूमेटाइड अर्थराइटिस के बारे में विस्तार से बता रहे हैं. आइए जानते हैं.
Gout Arthritis In Hindi: अगर आप अपनी लाइफस्टाइल में ऐसी चीजों को शामिल कर रहे हैं जिनमें यूरिक एसिड होता है तो आपके जोड़ों का दर्द और भी अधिक बढ़ सकता है।
Arthritis Pain Exercise Hindi: अर्थराइटिस की समस्या बहुत गंभीर होती है। यह समस्या कई बार अधिक वजन के कारण के कारण बढ़ जाती है। यहां हम आपको 5 ऐसी एक्सरसाइज के बारे में बता रहे हैं, जो आपका वजन नियंत्रित रखने के साथ अर्थराइटिस के दर्द को दूर करने में भी मदद करेगी।
Arthritis Pain Treatment: अर्थराइटिस (गठिया) वह स्थिति है जिसमें जोड़ों का दर्द और सूजन होती है। यह दर्द सर्दी के मौसम में बढ़ जाता है। ठंड के मौसम में घर पर इस दर्द का प्रबंधन कैसे करें, यह जानने के लिए यहां पढ़ें।
Knee Replacement Surgery: डॉक्टर पलाश गुप्ता, उन कारकों को साझा करते हैं जिन पर रोगियों और उनकी देखभाल करने वालों को घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी के बारे में फैसला करते समय विचार करना चाहिए।
हाल ही में आई एक स्टडी में साफ हुआ है कि टाइप 2 डायबिटीज मरजों में रूमेटाइड अर्थराइटिस का खतरा 23% अधिक होता है। यहां ये संकेत मिलता है कि ये दोनों ही रोग शरीर के इन्फ्लामेट्री रेस्पॉंस से जुड़े हैं। ये अध्ययन Zixing तियान और डॉ एड्रियन हेडल, मैनचेस्टर विश्वविद्यालय, ब्रिटेन और सहयोगियों द्वारा आयोजित किया गया था। टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत और प्रगति में सूजन एक महत्वपूर्ण कारक के रूप में उभरा है, जबकि रूमेटाइड अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून और सूजन संबंधी बीमारी है। लेखकों ने पाया कि आम लोगों की तुलना में डायबिटीज के मरीजों को रूमेटाइड अर्थराइटिस होने का 23 प्रतिशत खतरा अधिक रहता है।
एक अध्ययन के अनुसार, हल्दी प्लैसेबो (Placebo) या किसी अन्य दर्द-निवारक दवाओं की तुलना में अधिक जल्दी घुटने के पुराने दर्द से (Knee pain) राहत देने में मददगार है। जानें, हल्दी के अन्य फायदे क्या-क्या हैं...
गर्मियों के मौसम में एसिडिटी, गैस, कब्ज, ब्लोटिंग और अपच होना आम चीज हो जाती है। इन समस्याओं से बचने के लिए जरूरी है कि पाचन को बेहतर किया जाए। आयुर्वेद में विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए अदरक खाने की सलाह दी जाती है। आयुर्वेद के अनुसार, अदरक में कई ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो हर मौसम में लाभ करते हैं। अदरक कई गुणों से भरपूर होता है। अदरक का सेवन करने से सर्दी, खांसी और पेट संबंधी रोगों समेत कई बीमारियों से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।
जायफल जिसे अंग्रेजी में नटमेग कहते हैं, एक लोकप्रिय मसाला है जिसका प्रयोग न केवल व्यंजनों में किया जाता है बल्कि इसकी सुगंध और स्वाद भी लोगों को खूब आकर्षित करती है। दरअसल, जायफल के पेड़ द्वारा दो जबरदस्त मसाले बनते हैं। एक है जायफल और दूसरा है जायत्री। आयुर्वेद में इस पेड़ को औषधीय गुणों का खजाना भी कहते हैं। जायफल का सेवन अर्थराइटिस के दर्द को कम करने के साथ ही वजन घटाने में भी लाभकारी है। आज हम आपको जायफल के कुछ ऐसे फायदे बता रहे हैं जिनके बारे में पढ़कर आप चौंक जाएंगे।
किसी भी तरह की दवाओं का सेवन आपको कोई ना कोई साइड एफेक्ट्स दे सकता है, ऐसे में गठिया के दर्द को आप कुछ घरेलू उपचारों (Home remedies for arthritis) से कम कर सकते हैं।
World Arthritis Day 2022: एक उम्र के बाद हाथों में गठिया (Arthritis in Hands) का होना बड़ी समस्या बन जाता है, मगर समय पर अर्थराइटिस के लक्षणों को पहचान कर उसका उपचार किया जा सकता है।
ठंड के मौसम में नियमित शारीरिक गतिविधियों के साथ संतुलित आहार लेने से मांसपेशियाँ दुरुस्त रहती हैं और जोड़ (ज्वाइंट्स) स्वस्थ रहते हैं। इन बुनियादी तरकीबों से जोड़ों के कष्ट दूर करने, लचीलापन बढ़ाने और मासपेशियों की शक्ति बढ़ाने में मदद मिलेगी।
लगभग 14% भारतीय आबादी गठिया या जोड़ों के दर्द से पीड़ित है। तीन प्रकार के जोड़ों के दर्द या ऑस्टियोआर्थराइटिस होते हैं- डीजेनेरेटिव ज्वाइंट डिजीज, इंफ्लेमेटरी अर्थराइटिस और ट्रॉमेटिक अर्थराइटिस। इनके बारे में जानें यहां विस्तार से.....
जिस प्रकार डायबिटीज़, हाइपोथायरायडिज्म या हायपरटेंशन जैसी बीमारियों का भी कोई इलाज नहीं है उसी प्रकार अर्थराइटिस का कोई इलाज नहीं है, लेकिन रोग को नियंत्रित करने के लिए उत्कृष्ट विकल्प हैं।
World Arthritis Day 2021: 'वर्ल्ड अर्थराइटिस डे' पूरी दुनिया में 12 अक्टूबर को मनाया जाता है। गठिया यानी अर्थराइटिस से दुनिया भर में लाखों लोग पीड़ित हैं। यह जोड़ों में होने वाली एक बीमारी है, जिसमें जोड़ों में दर्द, सूजन की समस्या हो जाती है। कुछ हर्ब्स के सेवन से आप अपने ज्वाइंट्स को हेल्दी रख सकते हैं।
विभिन्न स्टडीज़ में यह बात कही गयी है कि भारत में लगभग 18 करोड़ से अधिक लोगों को आर्थराइटिस की बीमारी है।
अर्थराइटिस यानि गठिया रोग व जोड़ो का दर्द। आज की बदलती जीवनशैली, मोटापा, गलत खानपान आदि वजहों से ये रोग अब केवल बुजुर्गो तक हीं सीमित नहीं रह गया है।
अर्थराइटिस शब्द का अर्थ वास्तव में ज्वाइंट इंफ्लेमेशन होता है। अर्थराइटिस से आज दुनिया भर में लाखों लोग परेशान हैं। विश्व गठिया दिवस 2021 (World Arthritis Day 2021) पर जानें, अर्थराइटिस के कारण, लक्षण और उपचार के बारे में...
विश्व अर्थराइटिस दिवस (World Arthritis Day) के मौके पर हम आपको रूमेटाइड अर्थराइटिस के बारे में विस्तार से बता रहे हैं. आइए जानते हैं.
Gout Arthritis In Hindi: अगर आप अपनी लाइफस्टाइल में ऐसी चीजों को शामिल कर रहे हैं जिनमें यूरिक एसिड होता है तो आपके जोड़ों का दर्द और भी अधिक बढ़ सकता है।
Arthritis Pain Exercise Hindi: अर्थराइटिस की समस्या बहुत गंभीर होती है। यह समस्या कई बार अधिक वजन के कारण के कारण बढ़ जाती है। यहां हम आपको 5 ऐसी एक्सरसाइज के बारे में बता रहे हैं, जो आपका वजन नियंत्रित रखने के साथ अर्थराइटिस के दर्द को दूर करने में भी मदद करेगी।
Arthritis Pain Treatment: अर्थराइटिस (गठिया) वह स्थिति है जिसमें जोड़ों का दर्द और सूजन होती है। यह दर्द सर्दी के मौसम में बढ़ जाता है। ठंड के मौसम में घर पर इस दर्द का प्रबंधन कैसे करें, यह जानने के लिए यहां पढ़ें।
Knee Replacement Surgery: डॉक्टर पलाश गुप्ता, उन कारकों को साझा करते हैं जिन पर रोगियों और उनकी देखभाल करने वालों को घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी के बारे में फैसला करते समय विचार करना चाहिए।
हाल ही में आई एक स्टडी में साफ हुआ है कि टाइप 2 डायबिटीज मरजों में रूमेटाइड अर्थराइटिस का खतरा 23% अधिक होता है। यहां ये संकेत मिलता है कि ये दोनों ही रोग शरीर के इन्फ्लामेट्री रेस्पॉंस से जुड़े हैं। ये अध्ययन Zixing तियान और डॉ एड्रियन हेडल, मैनचेस्टर विश्वविद्यालय, ब्रिटेन और सहयोगियों द्वारा आयोजित किया गया था। टाइप 2 डायबिटीज की शुरुआत और प्रगति में सूजन एक महत्वपूर्ण कारक के रूप में उभरा है, जबकि रूमेटाइड अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून और सूजन संबंधी बीमारी है। लेखकों ने पाया कि आम लोगों की तुलना में डायबिटीज के मरीजों को रूमेटाइड अर्थराइटिस होने का 23 प्रतिशत खतरा अधिक रहता है।
एक अध्ययन के अनुसार, हल्दी प्लैसेबो (Placebo) या किसी अन्य दर्द-निवारक दवाओं की तुलना में अधिक जल्दी घुटने के पुराने दर्द से (Knee pain) राहत देने में मददगार है। जानें, हल्दी के अन्य फायदे क्या-क्या हैं...
गर्मियों के मौसम में एसिडिटी, गैस, कब्ज, ब्लोटिंग और अपच होना आम चीज हो जाती है। इन समस्याओं से बचने के लिए जरूरी है कि पाचन को बेहतर किया जाए। आयुर्वेद में विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से बचने के लिए अदरक खाने की सलाह दी जाती है। आयुर्वेद के अनुसार, अदरक में कई ऐसे औषधीय गुण होते हैं जो हर मौसम में लाभ करते हैं। अदरक कई गुणों से भरपूर होता है। अदरक का सेवन करने से सर्दी, खांसी और पेट संबंधी रोगों समेत कई बीमारियों से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है।
जायफल जिसे अंग्रेजी में नटमेग कहते हैं, एक लोकप्रिय मसाला है जिसका प्रयोग न केवल व्यंजनों में किया जाता है बल्कि इसकी सुगंध और स्वाद भी लोगों को खूब आकर्षित करती है। दरअसल, जायफल के पेड़ द्वारा दो जबरदस्त मसाले बनते हैं। एक है जायफल और दूसरा है जायत्री। आयुर्वेद में इस पेड़ को औषधीय गुणों का खजाना भी कहते हैं। जायफल का सेवन अर्थराइटिस के दर्द को कम करने के साथ ही वजन घटाने में भी लाभकारी है। आज हम आपको जायफल के कुछ ऐसे फायदे बता रहे हैं जिनके बारे में पढ़कर आप चौंक जाएंगे।
जॉइंट्स में सूजन की वजह से अर्थराइटिस की समस्या बढ़ जाती है। इस वजह से लोगों को अपने रोज़मर्रा के छोटे-मोटे काम करने में भी परेशानी हो जाती है। जहां इस समस्या से राहत पाने के लिए पेन किलर्स और कुछ एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाइयों की सलाह दी जाती है। वहीं कुछ घरेलू उपायों से अर्थराइटिस के दर्द से आराम मिल सकता है।
किसी भी तरह की दवाओं का सेवन आपको कोई ना कोई साइड एफेक्ट्स दे सकता है, ऐसे में गठिया के दर्द को आप कुछ घरेलू उपचारों (Home remedies for arthritis) से कम कर सकते हैं।
अर्थराइटिस यानी गठिया की समस्या अक्सर बढ़ती उम्र में लोगों को परेशान करने लगती है। गठिया (Arthritis) के अलावा अन्य हड्डियों से संबंधित समस्या भी एक उम्र के बाद लोगों को परेशान करने लगती है। हड्डियों को कम उम्र से पर्याप्त कैल्शियम, विटामिन डी की खुराक ना दी जाए, तो हड्डियों की डेंसिटी धीरे-धीरे कम होने लगती है। इससे हड्डियां कभी भी कमजोर होकर टूट सकती हैं। ऐसे में बेहतर है कि आप कम उम्र से ही कैल्शियम से भरपूर डाइट लें। अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून डिजीज (Auto-immune disease) है, जिसमें शरीर का इम्यून सिस्टम अपने ही ऊतकों को प्रभावित करता है। इससे शरीर के जोड़ों को नुकसान पहुंचता है और जोड़ों में सूजन और दर्द की समस्या शुरू हो जाती है। जोड़ो की समस्या हो या फिर अर्थराइटिस, आप इनसे बच सकते हैं कुछ प्राकृतिक उपायों (Herbs to cure arthritis) को अपनाकर। अर्थराइटिस से बचना चाहते हैं, तो नीचे बताए गए तीन हर्ब्स या जड़ी-बूटियों का सेवन करना शुरू कर दें। जानें, उन हर्ब्स के बारे में जो अर्थराइटिस या गठिया की समस्या को दूर (Herbs for arthritis) करने में आपकी मदद कर सकते हैं।
Tips for Arthritis Patients: आर्थराइटिस के कई प्रकार हैं। जिनके, लक्षण भी अलग-अलग होते हैं। इनकी, गम्भीरता के आधार पर डॉक्टर्स अलग-अलग तरह की सलाहें देते हैं। लेकिन, साथ ही आर्थराइटिस के मरीज़ों को अपनी डायट की मदद से भी इस समस्या के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद होती है।
घुटनों में दर्द होने और उसके कड़ेपन से हमारे चलने-फिरने की गतिविधियां प्रभावित होती हैं।