Don’t Miss Out on the Latest Updates.
Subscribe to Our Newsletter Today!
अक्सर बुढ़ापे में होने वाली अलजाइमर रोग से हम सभी परीचित हैं। भूलने की बीमारी के बारे में अक्सर लोग कहते हैं कि इंसान सबकुछ भूल जाता है लेकिन ऐसा नहीं है। अल्जाइमर एक ऐसा रोग है जिसमें इंसान अपने रोजाना के काम तो भूलने लगता है, लेकिन सेक्स की बाते उसे याद रहती हैं। अल्जाइमर या भूलने के बीमारी में इंसान अपना नाम तक भूल जाता है। भूलने की बीमारी में लोग अपने जीवन साथी तक को पहचान नहीं पाते है। फिर ऐसी कौन से बात है जिससे वो सेक्स करना या सेक्स करने के तरीकों को नहीं भूल पाते हैं ?
भूलने की बीमारी अल्जाइर में इंसान अपना नाम, कोई भी निर्णय लेने की क्षमता, सुबह-शाम के अपने रोजाना लाइफ के काम तक को इंसान भूलने लगता है। अल्जाइमर या भूलने की बीमारी में इंसान अपने आप में खोया रहता है।
जब कोई अपना उसे किसी चीज के लिए याद दिलाता है तो उसे वो चीजें याद ही नहीं आती हैं। लेकिन एक नये शोध में इस बात का पता चला है कि इंसान सबकुछ भूल जाता है लेकिन सेक्स करने का तरीका और सेक्स की बातें नहीं भूलता है। आइए जानते हैं उस खास शोध के बारे में जो यह बताता है कि भूलने की बीमारी में भी इंसान सेक्स की बातें क्यों नहीं भूलता है।
इग्लैंड से प्रकाशित न्यू इग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसीन में यह रिपोर्ट छपी है कि भूलने की बीमारी में भी इंसान सेक्स की बातें नहीं भूलता है। इस शोध में 57 से 85 वर्ष के महिला व पुरुषों को शामिल किया गया था। शोध में शामिल 3 हजार लोगों को भूलने की बीमारी अल्जाइमर की शिकायत थी।
अनार और मिर्च का सेवन बचा सकता है पार्किन्संस रोग से।
शोध में यह पाया गया कि किसी भी मानसिक बीमारी या भूलने की बीमारी में इंसान की सेक्स लाइफ पर असर तो पड़ता है लेकिन वो सेक्स करने की बात नहीं भूलता है। भूलने की बीमारी के शिकार लोगों में एक्साइटमेंट की कमी और ऑर्गेज्म की परेशानी तो हो सकती है लेकिन सेक्स करने का तरीका वो नहीं भूलता है। भूलने की बीमारी किसी भी उम्र में हो इंसान सेक्स की बात को हमेशा याद रख सकता है। भूलने की बीमारी में इंसान की समस्याओं से गुजरता है लेकिन सेक्स की जरूरत उसे महसूस होती है।
इस शोध पर इस बारे में भी बात की गयी है कि आखिर इंसान इस बात को क्यों याद रखता है ? शोधकर्ता और एक्सपर्ट्स बताते हैं कि सेक्स एक प्राकृतिक घटना है जिसे किसी भी इंसान या जानवर को संबंध बनाना उसेक वजूद को दर्शाता है।
एक्सपर्ट्स यह भी बताते हैं कि यह कोई सीखने की प्रक्रिया नहीं है जिसे भूला जा सके। यह हर इंसान या जानवर में स्वतः आती है इसके कारण भी नहीं भूलती है। यह कुछ इस तरह है कि इंसान चाहकर भी सांस लेना नहीं भूलता है। सांस लेने की प्रक्रिया भी स्वस्फूर्त है उसी तरह सेक्स की चाहत भी स्वतः आती है इसलिए इंसान या जानवार इसे नहीं भूलता है।
भूलने की बीमारी अल्जाइमर से बचना है, तो खाएं ये फूड्स.
बार-बार भूल जाते हैं चीजों को, इन टिप्स को अपनाकर बढ़ाएं याद्दाश्त.