ऐसे भी कई एचआईवी पॉजिटिव पति-पत्नी हैं जो एक बच्चे की ख्वाहिश रखते हैं। हालांकि इस वायरल इंफेक्शन का कोई इलाज नहीं है जो इम्यूनिटी को कम करता है और इसकी वजह से मरीज़ों की मृत्यु दर में भी काफी बढ़ोतरी होती है। हालांकि एआरटी या एंटीरेट्रोवाइरल (antiretroviral-ART) दवाओं के साथ अब एचआईवी के प्रसार को नियंत्रित करना और उसके विकास को पूर्ण विकसित एड्स में बदलने के वक़्त को आगे बढ़ाना संभव है। ऐसे में वो कपल्स या जोड़े जहां दोनों पार्टनर्स एचआईवी से संक्रमित हैं या एक साथी भी एचआईवी पॉजिटिव है और वे एक बच्चे को जन्म