घुटनों में दर्द होने और उसके कड़ेपन से हमारे चलने-फिरने की गतिविधियां प्रभावित होती हैं। इस कारण जीवन की गुणवत्ता प्रभावित होती है। बावजूद इसके, कई लोग लंबे समय तक इन परेशानियों को सहते रहते हैं। उन्हें लगता है कि इन सबसे छुटकारा पाने का केवल एक ही विकल्प है नी रिप्लेसमेंट सर्जरी, लेकिन इस संदर्भ में यह जानना जरूरी है कि सर्जरी एकमात्र और अंतिम विकल्प नहीं है। कई नॉन सर्जिकल उपचार भी उपलब्ध हैं, जैसे फिजिकल या फिजियो थेरेपी, दवाएं, इंजेक्शंस, कई नए बॉयोलॉजिकल ट्रीटमेंट जैसे इलाज सम्मिलित हैं।